पौड़ी में खामोशी से ‘थम’ गई रोमांच की रफ्तार

उत्तराखंड पर्यटन और हिमालयन मोटर्स स्पोर्ट्स एसोसिएशन की ओर से राज्य के विभिन्न जनपदों से गुजरी एडवेंचर कार रैली पौड़ी जिले में औपचारिकता निभाती नजर आई।

चिलरखाल-लालढांग वन मोटर मार्ग से गुजरने की अनुमति न मिलने से इस एडवेंचर रैली का दुगड्डा में औपचारिक समापन कर दिया गया। सुबह 11 बजे पहली कार गर्जिया से नैनीडांडा होते हुए दुगड्डा पहुंची।

लगी रही लोगों की भीड़
यहां कार रैली को देखने के लिए लोगों की भीड़ तो लगी रही, मगर सरकारी मशीनरी का कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं रहा। दुगड्डा से कोटद्वार होते हुए रैली की कारें सामान्य वाहनों की भांति यूपी के रास्ते दून के लिए रवाना हो गई।

मंगलवार को गर्जिया से नैनीडांडा होते हुए करीब 150 किमी का सफर तय कर एडवेंचर कार रैली सुबह करीब 11 बजे दुगड्डा पहुंची। रैली में शामिल करीब 37 कारों का काफिला रुक-रुककर एक बजे तक आता रहा। दुगड्डा में रैली में शामिल कार सवारों का स्थानीय जनता की ओर से स्वागत किया गया।

स्थानीयों से मिले रैली वाले
रैली में शामिल लोग खुलकर स्थानीय लोगों से भी मिले। सरकारी मशीनरी की ओर से अव्यवस्थाओं का हाल यह रहा कि रैली वालों को खुद यह नहीं पता था कि रैली का विधिवत समापन दुगड्डा में ही होना है।

दुगड्डा के बाद रैली में सवार सभी कारें कोटद्वार-कौड़िया-नजीबाबाद कैनाल रूट होते हुए दून के लिए रवाना हुई।

नहीं देख सके रफ्तार का रोमांच
कोटद्वार नगर में रफ्तार का रोमांच देखने के लिए सुबह से ही भीड़ लगी रही। मगर, जब उन्हें रैली के दुगड्डा में ही समाप्त होने की जानकारी मिली तो लोग निराश हो गए।

कोटद्वार के लोगों को शहर में ट्रैफिक के बीच से निकल रही कारों को देखकर ही संतोष करना पड़ा। मोटाढाक निवासी अनिल पंत का कहना है कि भाबर से बड़ी संख्या में लोग रैली को देखने के लिए कोटद्वार आए थे, मगर निराश लौटना पड़ा।

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